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17 Apr 2024 · 1 min read

"औरत"

“औरत”
मैं तो औ की मात्रा ठहरी
जो औरत पर आती हूँ,
अगर हो जाये बीमार कोई
औषधि भी बन जाती हूँ।
किस मिट्टी की बनी होती
न जाने ये औरत,
उनके सारे कामकाज देख
होती है बड़ी हैरत।

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