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17 Apr 2024 · 1 min read

"ओखली"

“ओखली”
ओ ओ कहते मत फ़िरो
ओ से होती ओखली,
लकड़ी की ही बनी होती
मगर रहती खोखली।
ओखली में सिर दिया तो
मूसल से क्या डरना,
समय पर सारा काम करो
पछताओगे जी वरना।

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