Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2024 · 1 min read

3279.*पूर्णिका*

3279.*पूर्णिका*
🌷 साथी बन जाता है कोई 🌷
22 22 22 22
साथी बन जाता है कोई ।
साथ निभा जाता है कोई।।
जीने का रोज जज्बा देते।
राह दिखा जाता है कोई।।
रोती है ये दुनिया हरदम।
सच हँसा जाता है कोई ।।
सबमें होती है कुछ खामी।
नेक बना जाता है कोई।।
चाहत से ही मंजिल खेदू।
देख दिला जाता है कोई।।
……..✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
15-04-2024सोमवार

136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
..
..
*प्रणय प्रभात*
2942.*पूर्णिका*
2942.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुपारी
सुपारी
Dr. Kishan tandon kranti
देर लगेगी
देर लगेगी
भगवती पारीक 'मनु'
महाकाल हैं
महाकाल हैं
Ramji Tiwari
दो पल की ज़िन्दगी में,
दो पल की ज़िन्दगी में,
Dr fauzia Naseem shad
कारु का खजाना
कारु का खजाना
विनोद सिल्ला
चाहती हूँ मैं
चाहती हूँ मैं
Shweta Soni
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बदल रहा परिवेश
बदल रहा परिवेश
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मानव युग
मानव युग
SURYA PRAKASH SHARMA
बिटिया !
बिटिया !
Sangeeta Beniwal
रंग -भेद ना चाहिए ,विश्व शांति लाइए ,सम्मान सबका कीजिए,
रंग -भेद ना चाहिए ,विश्व शांति लाइए ,सम्मान सबका कीजिए,
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हारे ही ख्यालों में हम भीगते हैं ।
तुम्हारे ही ख्यालों में हम भीगते हैं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
रेल की यात्रा, मध्यम वर्ग की कहानी,
रेल की यात्रा, मध्यम वर्ग की कहानी,
पूर्वार्थ देव
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
नील पदम् के दोहे
नील पदम् के दोहे
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हार फिर होती नहीं…
हार फिर होती नहीं…
मनोज कर्ण
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
मेरी दवा भी आप हो।
मेरी दवा भी आप हो।
Rj Anand Prajapati
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
अनंत शून्य
अनंत शून्य
Shekhar Deshmukh
हंस भेस में आजकल,
हंस भेस में आजकल,
sushil sarna
सेब की महिमा (बाल कविता) (29)
सेब की महिमा (बाल कविता) (29)
Mangu singh
ग़ज़ल- चाहे नज़रों से ही गिरा जाना
ग़ज़ल- चाहे नज़रों से ही गिरा जाना
आकाश महेशपुरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
प्रीति रीति देख कर
प्रीति रीति देख कर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अनंत आकाश
अनंत आकाश
Chitra Bisht
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
Loading...