Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2024 · 1 min read

सच्चा मित्र है पर्यावरण

हे मानव! तुम जाग जाओ,
प्रकृति यही कर रही पुकार,
पर्यावरण कितना प्रदूषित हो रहा,
कैसे होगा इसका सुधार ?

प्राणों से प्रेम यदि करते हो,
तो प्रकृति प्रेम जुड़ा है इससे,
जल थल वायु और वन ,
अमूल्य है जुड़ा इससे कल।

मत करो तुम छेड़ खानी,
शांत प्रकृति को रहने को,
कही भयंकर ना हो दुष्परिणाम,
मानवता का हो ना जाए विनाश।

हे मानव! तुम जाग जाओ,
प्रकृति यही कर रही पुकार,
रक्षा करना कर्तव्य तुम्हारा,
सच्चा मित्र है पर्यावरण तुम्हारा।

3 Likes · 144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

कैसे मैं प्रणय गीत लिख जाऊँ?
कैसे मैं प्रणय गीत लिख जाऊँ?
कुमार अविनाश 'केसर'
"आगे बढ़ने की राह" (The Path of Moving Forward):
Dhananjay Kumar
तेरे आने की उम्मीद
तेरे आने की उम्मीद
Surinder blackpen
अध्यात्मिक दृष्टिकोण से जीवन का उद्देश्य - रविकेश झा
अध्यात्मिक दृष्टिकोण से जीवन का उद्देश्य - रविकेश झा
Ravikesh Jha
Prima Facie
Prima Facie
AJAY AMITABH SUMAN
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
बिटिया (प्रेम की प्रतिमा)
बिटिया (प्रेम की प्रतिमा)
indu parashar
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
किसान
किसान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
I Can Cut All The Strings Attached.
I Can Cut All The Strings Attached.
Manisha Manjari
4197💐 *पूर्णिका* 💐
4197💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हशरत नहीं है कि, तुम हमें चाहों।
हशरत नहीं है कि, तुम हमें चाहों।
Annu Gurjar
..
..
*प्रणय प्रभात*
"अनाज के दानों में"
Dr. Kishan tandon kranti
जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी,
जितनी बार भी तुम मिली थी ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई अज्ञात सा भय जब सताता है,
कोई अज्ञात सा भय जब सताता है,
Ajit Kumar "Karn"
भाग्य की लकीरों में क्या रखा है
भाग्य की लकीरों में क्या रखा है
VINOD CHAUHAN
- आरजू -
- आरजू -
bharat gehlot
कोई किसी के राज बता,कोई किसी की बात बता दे
कोई किसी के राज बता,कोई किसी की बात बता दे
दीपक बवेजा सरल
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
मनमुटाव अच्छा नहीं,
मनमुटाव अच्छा नहीं,
sushil sarna
दौलत के चक्कर में जो है बौराए।
दौलत के चक्कर में जो है बौराए।
Buddha Prakash
হনুমানের গান (হনুমানকে নিয়ে লেখা গান)
হনুমানের গান (হনুমানকে নিয়ে লেখা গান)
Arghyadeep Chakraborty
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
🍀 *गुरु चरणों की धूल*🍀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
संवेदना (वृद्धावस्था)
संवेदना (वृद्धावस्था)
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
Shekhar Chandra Mitra
गृह त्याग
गृह त्याग
manorath maharaj
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
कर्म
कर्म
aestheticwednessday
मजाक और पैसा काफी सोच
मजाक और पैसा काफी सोच
Ranjeet kumar patre
Loading...