नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
हकीकत में मौहब्बत का कोई सरताज तो होगा ।।
Phool gufran
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
हकीकत में मौहब्बत का कोई सरताज तो होगा ।।
Phool gufran