Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Apr 2024 · 1 min read

स्वाभिमान

स्वाभिमान
और आत्म सम्मान
के साथ
जीने के अतिरिक्त
पुरुष ने,
स्त्री को
वह सबकुछ करने दिया है
जो वह
करना चाहती है!!

112 Views
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

मैं तुम्हें निहारूं हर दफा ,
मैं तुम्हें निहारूं हर दफा ,
Ansh
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
"अर्धांगिनी"
Dr. Kishan tandon kranti
इजहारे मोहब्बत
इजहारे मोहब्बत
Vibha Jain
तू ज्वाला की तिल्ली हो
तू ज्वाला की तिल्ली हो
उमा झा
माला फेरें राम की,
माला फेरें राम की,
sushil sarna
चुनावी त्यौहार
चुनावी त्यौहार
Ahtesham Ahmad
कितने भारत
कितने भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3536.💐 *पूर्णिका* 💐
3536.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"तेरी याद"
Pushpraj Anant
किसी को भूल कर
किसी को भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
अश्रु की भाषा
अश्रु की भाषा
Shyam Sundar Subramanian
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुक्तक .....
मुक्तक .....
Neelofar Khan
मेरी पहली कविता ( 13/07/1982 )
मेरी पहली कविता ( 13/07/1982 ) " वक्त से "
Mamta Singh Devaa
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
इस देश की हालत क्या होगी ... ?
इस देश की हालत क्या होगी ... ?
Sunil Suman
कही हॉस्पिटलों में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे है लोग।
कही हॉस्पिटलों में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे है लोग।
Rj Anand Prajapati
याद आते हैं
याद आते हैं
Juhi Grover
विषय-माँ,मेरा उद्धार करो।
विषय-माँ,मेरा उद्धार करो।
Priya princess panwar
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
..
..
*प्रणय*
रातों में नींद तो दिन में सपने देखे,
रातों में नींद तो दिन में सपने देखे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पिता
पिता
Raju Gajbhiye
चाह की चाह
चाह की चाह
बदनाम बनारसी
जिंदगी....एक सोच
जिंदगी....एक सोच
Neeraj Agarwal
मित्र
मित्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
वसंत
वसंत
Madhavi Srivastava
Loading...