Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
8 Apr 2024 · 1 min read

नवसंवत्सर आया

नव संवत्सर आया

बेला नव नूतन हिंदी वर्ष
आओ मंगल गीत गाएं,
देखो,आमन पर बौर भरे
फूलों पर भंवरे मंडराएं,
फाल्गुनी चैत्र बसंती रंग
महुआ सुगंध बिखराएं,
नूतन, संवत 2081 आया
आओ अपना नववर्ष मनाएं,
उम्मीद, उमंग आंनद भर
आगे ही बढ़ते जाएं,
चहक उठे मन चंचल वन
खुशियों की पौध लहराएं,
धर्ममय हो आचरण सब
हम पथ वहीं अपनाएं,
सबके लिए हो मधुरता
मन में कपट कभी न आएं,
दंभ न हो लेशमात्र भी है
सबके चेहरे पर भी मुस्कान लाएं,।

– सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान

Loading...