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3 Apr 2024 · 1 min read

रिपोस्ट....

रिपोस्ट….

महाभारत चल रहा
हर पल मेरे अंदर l

कई प्रश्न, कई द्वन्द,
चल रहे मेरे अंदर l

हर किरदार अधूरे है,
यहाँ पर हे इंसान !

नफ़रत, निंदा,जालसाजी,
फिर भी हाथ में कुछ न आया l

युधिष्ठिर भी ठगा गया,
कौरवों रूपी दुर्जनों से l

आज द्रोपदी है, हर स्त्री,
क्या कोई कृष्ण आएगा l

अर्जुन बने तो आज शीमा
क्या भवसागर कट जायेंगा l

✍शीमा

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