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2 Apr 2024 · 1 min read

नशीली आंखें

ऐसे ही नहीं
हम उनके दीवाने हैं
चलते-फिरते
वह तो मयखाने हैं…
(१)
जिसके नसीब में
ऐसा शवाब
उसके लिए फीकी
बाक़ी शराब
होंठों से लेकर
आंखों तक
सारे अंग
उनके पैमाने हैं…
(२)
उनका अल्हड़पन
अपनी मस्ती
देखकर हाय करे
बस्ती-बस्ती
चाहे आप
जिधर जाइए
चारों ओर
हमारे अफसाने हैं…
(३)
जब से हमें
उनसे प्यार हुआ है
बिल्कुल नया
संसार हुआ है
आजकल हमें
तो लगता जैसे
महफ़िल से
बेहतर वीराने हैं…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#romanticsong #Lyrics #शायरी
#dreamgirl #स्वप्न_सुंदरी #Beauty
#mydreamoflove #ख्वाब #कविता
#रोमांटिक_गीत #हुस्न #परी #love

Language: Hindi
Tag: गीत
229 Views
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