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1 Apr 2024 · 1 min read

बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे

बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
किसी की मतहोशी में जाना छोड़ दे

अपने किरदार से जीत लो हर शख्स
इससे पहले की कोई आना छोड़ दे

✍️दीपक सरल⬆️

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