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31 Mar 2024 · 1 min read

सोचो

सोचो
यह ज़िन्दगी किस काम की है
सोचो तो जरा
क्या किया है हमने
सोचो तो जरा
क्या धर्म, ईमान कहता है
सोचो तो जरा
क्या किया है हमने
सोचो तो जरा
कोई डूवा हुस्न के रंग में
कोई डूबा जर् जमीं में
है डूबना यहां किसमें
सोचो तो जरा ।।
***दिनेश कुमार गंगवार ***

5 Likes · 1 Comment · 153 Views
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