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30 Mar 2024 · 1 min read

मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,

मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,
तुम्हारी हर चुप्पी में सिर्फ मेरा ही फिक्र है।

✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’

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