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30 Mar 2024 · 1 min read

मर्ज तेरा हो

दवा मैं पीयू और मर्ज तेरा हो,
जिंदगी मैं जीयु लेकिन इस पर कर्ज तेरा हो।

घूमता फिरूं आवारा सड़कों पर,
वक्त मैं ज्याया करूं और हर्ज तेरा हो।

गीत गाउ मैं कोई और उस पर तर्ज तेरा हो।

मैं रखता हूं हिसाब अपने गुनाहों का,
नहीं चाहता कि खर्च तेरा हो।

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