Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Santosh Shrivastava
35 Followers
Follow
Report this post
29 Mar 2024 · 1 min read
इतनी भी
इतनी भी
ऊंचाई तलक
उडने की
ख्वाहिश मत कर
ऐ नादां इन्सान
कि
तुझे अपना मुकाम भी
नज़र न आये
Tag:
Quote Writer
Like
Share
168 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
फुलवारी
Santosh kumar Miri
** जिंदगी कब मुस्कुराई **
Dr. P.C. Bisen
तुम लड़के होना लेकिन मेरे कंधे पर सिर रख रो लेना
पूर्वार्थ देव
ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया)
डॉक्टर रागिनी
यै चांद जरा रुक,
Brandavan Bairagi
वो मेरा है इसका गर्व है मुझे
Ankita Patel
रिश्तों की परिभाषा
Sunil Maheshwari
उनसे मुहब्बत करने से पहले ये देखना ज़रूर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बचपन फिर लौट कर ना आया
डॉ. एकान्त नेगी
तेरे ना होने का एहसास....
Akash RC Sharma
#पितरों की आशीष
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
gurudeenverma198
दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
" सैलाब "
Dr. Kishan tandon kranti
बेटियां।
Taj Mohammad
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
चोर दरबार से नहीं निकला
अरशद रसूल बदायूंनी
भोर का दृश्य
surenderpal vaidya
sp40 सम्मान देने वालों को
Manoj Shrivastava
हनी गर्ल बनी 'यूनिसेफ' गर्ल
Indu Singh
अजब तेरी दुनिया
Mukund Patil
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
अश्विनी (विप्र)
साथ दिखने वाली हर स्त्री
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
दीपक बवेजा सरल
याद का गहरा अँधेरा, वो समां भी ले गया ,
Neelofar Khan
उलझन
Khajan Singh Nain
चलो
हिमांशु Kulshrestha
एक शपथ
Abhishek Soni
परिवर्तन
Shally Vij
राम-नाम को भज प्यारे यह, जग से पार लगाएगा (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
Loading...