बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
चेहरे पे मायूसी छाई हैं,
वो जो फ़सल लह-लहाई थी
आज खेतों में कुम्हलाई हैं…
-केशव
बेवक्त बारिश होने से ..
चेहरे पे मायूसी छाई हैं,
वो जो फ़सल लह-लहाई थी
आज खेतों में कुम्हलाई हैं…
-केशव