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17 Mar 2024 · 1 min read

हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।

हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
थक जाता है इंसान उसका बोझ ढोते ढोते।
✍️ लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा

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