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12 Mar 2024 · 1 min read

शर्माया चाँद

सूरज ढल गया,
चाँद शर्माता हुआ आया l

कितनी ठंडक और राहत,
दिल को मिली..

आकाश भी इतरा रहा,
देखो न नीला सा l

तारे, सितारें भी,
देखो न टिमटिमाने लगे l

हे चाँद, तु मेरे,
दिल का अरमान है l

तु आया, तो सारी,
बारात भी साथ लाया l

#मैं_बन_जाऊं_क्या_तेरी_दुल्ह

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