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12 Mar 2024 · 1 min read

वो खुश है

वो खुश हैं
वाह वाह मिली
पूछो ज़रा उनसे
कहाँ से निकली।
पूरी उम्र वो इसी
मुगालते में रहे
आई जो हक़ीक़त
आह आह निकली।।
न जाने वो क्या
क्या लिखता है
मैं लिखूं न लिखूं
अच्छा लगता है।।
* सूर्यकान्त

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