Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
10 Mar 2024 · 1 min read

सफर जिंदगी का आसान नहीं

सफर जिंदगी का आसान नहीं है
ये तो हम सबको पता है,
पर क्यों नहीं है?
ये बहुत कम ही लोगों को पता है।
जिन्हें पता है वे जिंदगी से
दो दो हाथ कर आगे बढ़ रहे हैं,
अपने आप को कोस भी नहीं रहे हैं,
किसी को दोष भी नहीं देते
जिंदगी के सफर में गतिरोधक नहीं बनते
अपना कर्म करते हुए आगे बढ़ते रहते हैं
खुद खुश रहकर नज़ीर पेश करते हैं
अपनी जिंदगी के सफर को आसान कर रहे हैं।
जिन्हें नहीं पता जिंदगी क्या है?
वे जिंदगी को बोझ समझ कर ढो रहे हैं
अपनी किस्मत को कोस रहे हैं,
जिंदगी को जीने का सलीका भी
वे कभी सीखना ही नहीं चाहते।
सिर्फ अपनी किस्मत, ईश्वर को कोसते
चमत्कार की उम्मीद करते हैं,
जीते नहीं जीवन को घसीटते रहते हैं
और जीते हुए बस कुढ़ते रहते हैं
जिंदगी के सफर को खुद ही दुश्वार बनाते हैं
सफर जिंदगी का आसान नहीं
कहावत को चरितार्थ करते हैं।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश

Loading...