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14 Mar 2024 · 1 min read

घर के आंगन में

घर के आंगन में कहीं छोटी सी फुलवारी रख
अपनी ख़ुशियों के लिए जद्दोजहद जारी रख

कौन मानेगा यहां संत तपस्वी तुझको
कोई न कोई चीज़ कमंडल में चमत्कारी रख

खादी कुर्ते को पहनने से भला क्या होगा
नेता बनना है तो फिर जेब में अधिकारी रख

अपने किरदार को हद से न बना पाक़ीज़ा
अपने किरदार में थोड़ी सी अदाकारी रख

तुझको जीना है अगर दुनिया में राजा की तरह
अपने व्यक्तित्व में सम्राट की खुद्दारी रख

— शिवकुमार बिलगरामी

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