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6 Mar 2024 · 1 min read

रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्

रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्ते में वक्त है ना संवाद, इसलिए रिश्ते ना पनप पा रहे ना पक पा रहे, बस चल रहे है कच्चेपन और कसेले स्वाद के साथ

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