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3 Mar 2024 · 1 min read

हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।

हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
हार सफलता की पतवार,बढ़ते जाओ रुको नहीं।

नीलम शर्मा ✍️

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