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2 Mar 2024 · 1 min read

प्यार को शब्दों में ऊबारकर

प्यार को शब्दों में ऊबारकर
प्यार को जिंदा रखने की चाहत थी
मगर जब इस बात की भनक लगी कि
हमारे शब्दों से उनको आहत थी
तो धीरे धीरे सबसे दूर कर लिया
खुद को ख़ुद में ही मगरूर कर दिया
इश्क मिटाकर ख़ुद को इस क़दर बदला है उसने
कि हमने भी खुद को ख़ामोश कर लिया।

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