Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2024 · 1 min read

“पसंद और प्रेम”

“पसंद और प्रेम”

पसंद का कोई कारण होता है,परंतु जब प्रेम होता है.. तो हमें ज्ञात तक नहीं होता कि किस कारण प्रेम है।

पसंद समय के साथ बदल जाती है,पर एक बार प्रेम हो जाए तो वो आजीवन रहता है।

कोई विशिष्ट गुण वाला व्यक्ति या वस्तु ही पसंद बन पाता है परंतु, प्रेम तो अच्छाई – बुराई जाने बिना ही हो जाता है।

पसंद में संतुष्टि होती है,लेकिन प्रेम में पागलपन का पुट रहता है।

पसंद व्यक्त करने में झिझक नही होती,पर प्रेम व्यक्त करने में जिज्ञासा होती है।

पसंद समाप्य हो सकती है, पर प्रेम असमाप्य, असीमित है।।
😊😊

451 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

देख तो ऋतुराज
देख तो ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
आई तेरी याद तो,
आई तेरी याद तो,
sushil sarna
दिल धड़कने का
दिल धड़कने का
Dr fauzia Naseem shad
आज फिर मुझे गुजरा ज़माना याद आ गया
आज फिर मुझे गुजरा ज़माना याद आ गया
Jyoti Roshni
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गुज़ारिश है रब से,
गुज़ारिश है रब से,
Sunil Maheshwari
तेरी दीद जैसे हर कोई चांद का दीदार करे,
तेरी दीद जैसे हर कोई चांद का दीदार करे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Dr.Priya Soni Khare
🙅अंध-भक्त🙅
🙅अंध-भक्त🙅
*प्रणय प्रभात*
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*कुकर्मी पुजारी*
*कुकर्मी पुजारी*
Dushyant Kumar
अपनी हार का इंतजार मत करों,
अपनी हार का इंतजार मत करों,
Vivek Kumar Yadav
कभी-कभी हम धाराओं के चलते हैं विपरीत..कभी
कभी-कभी हम धाराओं के चलते हैं विपरीत..कभी
Shweta Soni
गीत गाती हूँ।
गीत गाती हूँ।
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
जातियों की पंचायत
जातियों की पंचायत
Mangu singh
कल आग लगेगा पानी में🙏🙏
कल आग लगेगा पानी में🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
Ranjeet kumar patre
"सुनो जरा "
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
सत्य कुमार प्रेमी
.....ढलती उम्र....
.....ढलती उम्र....
rubichetanshukla 781
खुश तो हूं
खुश तो हूं
Taran S Verma
जब दिल लग जाये,
जब दिल लग जाये,
Buddha Prakash
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
राम नाम की जय हो
राम नाम की जय हो
Paras Nath Jha
The leaf trying its best to cringe to the tree,
The leaf trying its best to cringe to the tree,
Chaahat
शबरी
शबरी
Dr Archana Gupta
Sometimes, things happen that are out of our control, and pe
Sometimes, things happen that are out of our control, and pe
पूर्वार्थ
वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर
वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
गुस्सा
गुस्सा
Rekha khichi
Loading...