Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

दिल के हालात किसी से कभी कहता भी नहीं।
सबसे अच्छा जिसे समझा है,वह अच्छा भी नहीं।
❤️
मशवरा सब ने दिया उससे दूर जाने का।
ज़िंदगी में मेरे,कुछ उसके सिवा था भी नहीं।
❤️
ज़िंदगी भर हम ताअ़ल्लुक को निभाएंगे मगर।
यह मेरा वाअ़दा है पर उसका इरादा भी नहीं।
❤️
मैंने ग़ज़लें भी कही जिस के लिए जा़लिम ने,
सिर्फ अशआर सुना, जज़्बे को समझा भी नहीं।
❤️
वह मुझे याद किया करता है तन्हाई में।
मुझसे मिलता भी नहीं और मुझे भूला भी नहीं।
❤️
राज सरबस्ता रहे इस के लिए मैंने भी।
हाल पूछा भी नहीं,मैंने बताया भी नहीं।
❤️
जिसकी तस्वीर छुपाई है वही है दिल में।
दिल ये झूठा भी नहीं दिल पे भरोसा भी नहीं।
❤️
दिल को भाता ही नहीं उसके सिवा क्या कीजे।
उसके बदले तो किसी को कभी सोचा भी नहीं।
❤️
अपना महबूब चुना दिल ने बड़े ही दिल से।
उसके जैसा ना कोई है,कोई होगा भी नहीं।
❤️
शायरी लिख दिया था खून ए जिगर से उसने।
दर्द ग़म ज़ब्त किया, फूट के रोया भी नहीं।
❤️
दाद ओ तहसीन वोह अहबाब भला क्यों देंगे।
“सगी़र” जिनका कभी भी दिल कहीं टूटा भी नही।

Language: Hindi
2 Likes · 622 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

" कइसन गाँव "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी डायरी के पन्नों मे
मेरी डायरी के पन्नों मे
Saraswati Bajpai
Part2
Part2
Babiya khatoon
म
*प्रणय प्रभात*
दिल आज दुखी है,
दिल आज दुखी है,
रुपेश कुमार
शिक्षा
शिक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
कैसी प्रथा ..?
कैसी प्रथा ..?
पं अंजू पांडेय अश्रु
आदि शक्ति
आदि शक्ति
Chitra Bisht
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
पुरुष और स्त्री की एक अधूरी तलाश - राकेश यादव गोल्डी की कलम से
पुरुष और स्त्री की एक अधूरी तलाश - राकेश यादव गोल्डी की कलम से
Rakesh yadav goldi
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
Anis Shah
इश्क़ की भूल
इश्क़ की भूल
seema sharma
जीतेगा तू ही, खुद पर यह विश्वास रख,
जीतेगा तू ही, खुद पर यह विश्वास रख,
पूर्वार्थ देव
SleepZon: Your Ultimate Accommodation Booking Platform
SleepZon: Your Ultimate Accommodation Booking Platform
Sleep Zon
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आगाज़
आगाज़
Vivek saswat Shukla
*साठ-सत्तर के दशक में रामपुर में सिनेमाघर*
*साठ-सत्तर के दशक में रामपुर में सिनेमाघर*
Ravi Prakash
माँ
माँ
अनिल मिश्र
वंशबेल
वंशबेल
Shiva Awasthi
*धरा पर देवता*
*धरा पर देवता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कोई वजह अब बना लो सनम तुम... फिर से मेरे करीब आ जाने को..!!
कोई वजह अब बना लो सनम तुम... फिर से मेरे करीब आ जाने को..!!
Ravi Betulwala
एक शख्स
एक शख्स
Pratibha Pandey
स्वर्ण पदक
स्वर्ण पदक
Sahil Ahmad
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बावला
बावला
Ajay Mishra
मतळबी मिनखं
मतळबी मिनखं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
वृक्ष होते पक्षियों के घर
वृक्ष होते पक्षियों के घर
Indu Nandal
कशमकश
कशमकश
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...