Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2024 · 1 min read

एक समय के बाद

एक समय के बाद
इंसान सब कुछ छोड देता है
किसी से रूठना, किसी को मनाना
दिल इतना भावशून्य हो जाता है
कोई बात करे तो ठीक
और ना भी करे तो भी ठीक
कोई फर्क़ नहीं पड़ता…!!!!

हिमांशु Kulshrestha

520 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पास तो आना- तो बहाना था
पास तो आना- तो बहाना था"
भरत कुमार सोलंकी
**  मुक्तक  **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
ऐसी दिवाली कभी न देखी
ऐसी दिवाली कभी न देखी
Priya Maithil
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
बड़ा हसीन वो मंजर होगा
बड़ा हसीन वो मंजर होगा
Shweta Soni
*तंजीम*
*तंजीम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बरबादी के साल हवे ई
बरबादी के साल हवे ई
आकाश महेशपुरी
समय परिवर्तनशील है
समय परिवर्तनशील है
Mahender Singh
"बहनों के संग बीता बचपन"
Ekta chitrangini
"अधूरा प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
नश्वर है मनुज फिर
नश्वर है मनुज फिर
Abhishek Kumar
काम, क्रोध, मोह साथ ना छोड़े
काम, क्रोध, मोह साथ ना छोड़े
Kamla Prakash
जो प्राप्त न हो
जो प्राप्त न हो
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
नेताम आर सी
कोई शहर बाकी है
कोई शहर बाकी है
शिवम राव मणि
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
" न जाने क्या है जीवन में "
Chunnu Lal Gupta
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात .
समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात .
RAMESH SHARMA
तभी होगी असल होली
तभी होगी असल होली
Dr Archana Gupta
..
..
*प्रणय प्रभात*
4669.*पूर्णिका*
4669.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हररोज लिखना चाहती हूँ ,
हररोज लिखना चाहती हूँ ,
Manisha Wandhare
मरने से पहले
मरने से पहले
Dr MusafiR BaithA
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
Rekha khichi
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
Befikr Lafz
कविता ---- बहते जा
कविता ---- बहते जा
Mahendra Narayan
!! साल दर साल !!
!! साल दर साल !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जीवन पथ पर चलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
नूरफातिमा खातून नूरी
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
Dr.Pratibha Prakash
Loading...