Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
26 Feb 2024 · 1 min read

#दोहे

#दोहे
1
बदला-बदला दौर है ,बदला बदला रूप।
मुद्दत से उतरी नहीं, आंगन में अब धूप।।
2
आई विपदा पूछने, कैसा मेरा हाल।
बोली सुइयां घड़ी से, अद्भुत तेरी चाल।।

सूर्यकांत

Loading...