Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

नववर्ष अभिनंदन

नववर्ष तुम्हारा अभिनंदन है
जग में यह वंदन है
प्रकृति में नवराग उन्माद है
बिखरा लताओं का जाल
पुष्प मुस्कान लिए
भंवर कर गुंजार रहे
तितलियां बैठी पंख पसार
मानों बस यही गान लिए।
जन मन में उल्लास है
मंगल मय आभास है
जग जीवन में अगाज लिए
नव भारत का यह स्वप्न लिए
जग में नवनिर्माण लिए
सनातन धर्म का जयघोष
बस यही उदघोष है
नील गगन का नवरंग है
नभ से धरा तक तरंग है
प्रकृति की छवि भी अनमोल
बदल गया है भुगोल
मन्दिरों में शंखनाद हुआ
घंटा ध्वनि बाजे ढोल मृदंग
नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
आर्यावर्त की रही सदा परम्परा
नूतन वर्ष तुम्हारा अभिनंदन है

नेहा

Language: Hindi
1 Like · 119 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neha
View all

You may also like these posts

कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
सदविचार
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इंतज़ार....
इंतज़ार....
पूर्वार्थ देव
आज भी
आज भी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
* ये शिक्षक *
* ये शिक्षक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
त्रेतायुग-
त्रेतायुग-
Dr.Rashmi Mishra
राम रूणिचा वाळा
राम रूणिचा वाळा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
कवि रमेशराज
**स्वयं की बात**
**स्वयं की बात**
Dr. Vaishali Verma
" कमाल "
Dr. Kishan tandon kranti
वो इल्जाम पर इल्जाम, लगाने का हुनर रखते हैं।
वो इल्जाम पर इल्जाम, लगाने का हुनर रखते हैं।
श्याम सांवरा
"Life has taken so much from me that I'm no longer afraid. E
पूर्वार्थ
जिस घर में---
जिस घर में---
लक्ष्मी सिंह
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
यूं मेरी आँख लग जाती है,
यूं मेरी आँख लग जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
Rajesh Kumar Arjun
क्या क्या बदले
क्या क्या बदले
Rekha Drolia
काश!!!
काश!!!
Dr .Shweta sood 'Madhu'
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
जो अच्छा लगे उसे अच्छा कहा जाये
जो अच्छा लगे उसे अच्छा कहा जाये
ruby kumari
गुफ्तगू
गुफ्तगू
Naushaba Suriya
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
सितारे न तोड़ पाऊंगा
सितारे न तोड़ पाऊंगा
अरशद रसूल बदायूंनी
हावी - ए - इश्क़बाज़ी
हावी - ए - इश्क़बाज़ी
Rj Anand Prajapati
फिर कुछ अपने
फिर कुछ अपने
Chitra Bisht
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
अश्विनी (विप्र)
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
sushil sarna
Loading...