Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

चंद्रयान-3

“चंद्रयान-3”
खुशियां मनाओ सब मिलकर प्यारे,
चांद पर पहुंच गए अब कदम हमारे।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर,
गूंज रहा हमारा नाम पूरी दुनिया भर।
स्पेस रिसर्च के फील्ड में अब हम भी आगे बढ़ जायेंगे,
नित नई खोजों से हम अब कई राज़ के पर्दे उठाएंगे।
भारत के ज्ञान विज्ञान का सारी दुनिया लोहा मानेगी,
भारतीयों के कौशल को अब अच्छे से पहचानेगी।
मान लेगी सारी दुनिया अब हमको अपना विश्वगुरु,
लगता है अब हो रहे हैं हमारे भी अच्छे दिन शुरू।
वह दिन भी अब दूर नहीं जब दुनिया में भारतवासी छा जाएंगे,
सारे देश मिलकर फिर हमारे भारत के पीछे पीछे आएंगे।
इसरो की इस सफलता पर मन खुशी से भर आया है,
चंद्रमा की धरती पर हमारा प्यारा तिरंगा जो लहराया है।
ये संभव हुआ कलाम जी और कल्पना जी जैसों के बलिदान से,
जिनके त्याग व समर्पण से आज सिर उठा हमारा स्वाभिमान से।
बरसों की मेहनत और परिश्रम से आज सफल हुआ चंद्र मिशन,
आज हर एक भारतीय की जुबान पर है प्राउड टू बी इंडियन।।
✍️मुकेश कुमार सोनकर
रायपुर, छत्तीसगढ़

1 Like · 204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बदली गम की छंटती, चली गई धीरे धीरे
बदली गम की छंटती, चली गई धीरे धीरे
अनिल "आदर्श"
मैं हूँ भारतीय 🇮🇳
मैं हूँ भारतीय 🇮🇳
Sakhi
इंतज़ार ....
इंतज़ार ....
sushil sarna
उनकी नज़रों में अपना भी कोई ठिकाना है,
उनकी नज़रों में अपना भी कोई ठिकाना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निर्मेष के दोहे
निर्मेष के दोहे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
धर्म की खिचड़ी
धर्म की खिचड़ी
विनोद सिल्ला
भूल नहीं पाये हम अभी तक
भूल नहीं पाये हम अभी तक
gurudeenverma198
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
दीपक बवेजा सरल
How to keep a relationship:
How to keep a relationship:
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
धीरेन्द्र वर्मा "धीर"
देखिए बिना करवाचौथ के
देखिए बिना करवाचौथ के
शेखर सिंह
क्या हासिल करना चाहा
क्या हासिल करना चाहा
Shweta Soni
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
आया बसन्त आनन्द भरा
आया बसन्त आनन्द भरा
Surya Barman
आधुनिक हो गये हैं हम
आधुनिक हो गये हैं हम
Dr.Pratibha Prakash
तसव्वुर में तुम्हें , हम देख लेंगे ,
तसव्वुर में तुम्हें , हम देख लेंगे ,
Neelofar Khan
नए मोड मिलते गए और हम रास्तों पर चलते गए,
नए मोड मिलते गए और हम रास्तों पर चलते गए,
sonu rajput
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
Waiting for vibes and auras to match with the destined one.
Waiting for vibes and auras to match with the destined one.
Chaahat
*सस्ती सबसे चाय है, गरम समोसा साथ (कुंडलिया)*
*सस्ती सबसे चाय है, गरम समोसा साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मंजिल*
*मंजिल*
Priyank Upadhyay
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
homecarepikesville
ऐसा लगता है
ऐसा लगता है
Shekhar Chandra Mitra
कांटे बनकर जो
कांटे बनकर जो
Mahesh Tiwari 'Ayan'
शहीद वीर नारायण सिंह
शहीद वीर नारायण सिंह
नेताम आर सी
#लापरवाही और सजगता का महत्व
#लापरवाही और सजगता का महत्व
Radheshyam Khatik
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ओंकार मिश्र
कलयुग और रावण
कलयुग और रावण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रीतम दोहावली- 2
प्रीतम दोहावली- 2
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...