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21 Feb 2024 · 1 min read

प्रेम पाना,नियति है..

प्रेम पाना,नियति है..
प्रेम खोना,भी नियति है..

प्रेम खोकर प्रेम से जुड़े रहना,खुले पिंजरे में बैठे पंछी की रुकी सी मुक्ति है…!!

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