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21 Feb 2024 · 1 min read

तुम जो आसमान से

तुम जो आसमान से टकरा गये
फिर क्यू वापस आके घबरा गये

जुनून की हद मे वो किया था
झील थे किया जो गहरा गये

खुद से खुद की बनती नही तुम्हारी
हवा मे थे किया जो लहरा गये

काबिलियत इन्सान की बस इतनी-सी
जब तक सुने तो सुने वरना बहरा गये

कोशिश कर ली उसने बहुत
हम अब उसी को दोहरा गये

“शमा”दो बात किया कर ली सच्चाई की
झूठ था नही गर तुम क्यो अचानक घबरा गये

शमा परवीन बहराइच उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 219 Views
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