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20 Feb 2024 · 1 min read

अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,

अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
स्वीकार करो अंतिम प्रणाम
सुख दुःख के साथी रहे सदा
कटुता मन में तुम ना रखना
स्मृतियों में कोई विकल्प
अच्छी यादों का भी रखना,
जाने से पहले कह दूँ मैं,
मैं प्रेम से सदा ही भरी रही
पर ये साहित्य पढ़ा ही कब
तुम तो गणित में उलझे थे
मेरी खातिर अनसुलझे थे।

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