Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

अंकित

मैं प्रेम को
पन्नों पर जाया
नहीं करना चाहता।

अपने अहसास
अपनी भावनाओं
व अंतर्मन की बातों को
पन्नों पर नहीं
बल्कि आपके हृदय पर
‘अंकित’ करना चाहता हूँ।

Language: Hindi
3 Likes · 168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तहरीर लिख दूँ।
तहरीर लिख दूँ।
Neelam Sharma
दोहा
दोहा
Sudhir srivastava
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
Shweta Soni
गर भाग्य मेरे तू नहीं कर एक रेखा खींच दूँ
गर भाग्य मेरे तू नहीं कर एक रेखा खींच दूँ
कविराज नमन तन्हा
"परिस्थिति का चक्रव्यूह बनाम आलोक"
आलोक पांडेय
.
.
हिमांशु Kulshrestha
वसुधैव कुटुम्बकम्
वसुधैव कुटुम्बकम्
उमा झा
*लघुकविता*
*लघुकविता*
*प्रणय प्रभात*
दौड़ना शुरू करोगे तो कुछ मिल जायेगा, ठहर जाओगे तो मिलाने वाल
दौड़ना शुरू करोगे तो कुछ मिल जायेगा, ठहर जाओगे तो मिलाने वाल
Ravikesh Jha
चंदा मामा आओ छत पे
चंदा मामा आओ छत पे
संतोष बरमैया जय
6 साल पुराना फोटो
6 साल पुराना फोटो
Rituraj shivem verma
मुमकिन हो जाएगा
मुमकिन हो जाएगा
Amrita Shukla
मतलबी
मतलबी
Shyam Sundar Subramanian
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
Jyoti Khari
माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया।
माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
हम तो जल गये
हम तो जल गये
Vishal Prajapati
प्रेम कोई भी कर सकता है  पर हर कोई निभा नहीं पाता
प्रेम कोई भी कर सकता है पर हर कोई निभा नहीं पाता
पूर्वार्थ देव
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
Chitra Bisht
रामपुर में जनसंघ
रामपुर में जनसंघ
Ravi Prakash
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
gurudeenverma198
" तगादा "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सावन आने को है लेकिन दिल को लगता है पतझड़ की आहट है ।
सावन आने को है लेकिन दिल को लगता है पतझड़ की आहट है ।
अश्विनी (विप्र)
इंसान    जिन्हें   कहते   वो
इंसान जिन्हें कहते वो
Dr fauzia Naseem shad
“इस्राइल”
“इस्राइल”
DrLakshman Jha Parimal
कुण्डलियाँ छंद
कुण्डलियाँ छंद
पंकज परिंदा
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Ayushi Verma
"किसे दोष दें"
©️ दामिनी नारायण सिंह
3089.*पूर्णिका*
3089.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...