Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

द्वार मैं तेरे आऊं

द्वार मैं तेरे आऊं

हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल
द्वार मैं कैसे आऊं
सब द्वारों पर फल कर्मों के
कैसे भीतर जाऊं
हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल
द्वार मैं कैसे आऊं

मानव गण में भेजा मुझको
मानव गण में भेजा मुझको
किया बड़ा उपकार
रहा स्वार्थी मैं जीवन भर
रहा स्वार्थी मैं जीवन भर
अपना ही किया उद्धार
हे हरि हर हे मेरे राम
हे हरिहर हे मेरे राम
कैसे दरस को आऊं
हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल
द्वार मैं कैसे आऊं

जन्म से लेकर आज तलक मैं
जन्म से लेकर आज तलक मैं
मोह माया में भटका
अपना स्वार्थ और अपनी खातिर
अपना स्वार्थ और अपनी खातिर
बस इसमें ही लटका
हे हरीहर हे मेरे रघुवर
हे हरीहर हे मेरे रघुवर
आने से शरमाऊं
हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल
द्वार मैं कैसे आऊं

हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल
द्वार मैं कैसे आऊं ।

इति।

इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश।

1 Like · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all

You may also like these posts

खुलकर दर्द जा़हिर भी नहीं कर पाते
खुलकर दर्द जा़हिर भी नहीं कर पाते
Madhu Gupta "अपराजिता"
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
दीपक बवेजा सरल
Not longing for prince who will give you taj after your death
Not longing for prince who will give you taj after your death
Ankita Patel
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
कवि रमेशराज
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
That Spot
That Spot
Tharthing zimik
कर्म
कर्म
Dr.Pratibha Prakash
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
Dr Archana Gupta
*रामलला*
*रामलला*
Kavita Chouhan
क़ता _ मुक्तक,,,,,
क़ता _ मुक्तक,,,,,
Neelofar Khan
..
..
*प्रणय प्रभात*
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पूछती है कविता
पूछती है कविता
Dr MusafiR BaithA
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
पूर्वार्थ
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
बर्षो बीते पर भी मन से,
बर्षो बीते पर भी मन से,
TAMANNA BILASPURI
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
dongphucuytin123
माता का हाथ
माता का हाथ
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
अवतरण  ने जिसको  अपना कहा था,
अवतरण ने जिसको अपना कहा था,
पं अंजू पांडेय अश्रु
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
३ बंदर(३ का पहाड़ा)
३ बंदर(३ का पहाड़ा)
Dr. Vaishali Verma
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
Shriyansh Gupta
फिक्र किसी की कौन अब,
फिक्र किसी की कौन अब,
sushil sarna
कभी - कभी
कभी - कभी
Shyam Sundar Subramanian
वंदे मातरम
वंदे मातरम
Deepesh Dwivedi
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
Atul "Krishn"
"फेसबुक मित्रों की बेरुखी"
DrLakshman Jha Parimal
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
homecarepikesville
Loading...