Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

नटखट कान्हा

कान्हा मेरा कितना नटखट।
जाता है ये रोज ही पनघट।।

चुरा-चुरा कर माखन खाता।
ये तो मुरली रोज बजाता।।

जंगल में ये गाय चराता।
सब बच्चों के मन को भाता।।

राधा की ये मटकी फोड़े।
मांगे माफी हाथ ये जोड़े।।

मां यशोदा का राजदुलारा।
नंद बाबा की आंख का तारा।।

विजय बेशर्म

Language: Hindi
177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तू चाहता है कि मैं तेरे कहने पर झुक जाऊं
तू चाहता है कि मैं तेरे कहने पर झुक जाऊं
अश्विनी (विप्र)
"तफ्तीश"
Dr. Kishan tandon kranti
नित जीवन के संघर्षों से
नित जीवन के संघर्षों से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
68 Game Bài hay 68GB là cổng game bài uy tín số 1 tại Việt N
68 Game Bài hay 68GB là cổng game bài uy tín số 1 tại Việt N
68 Game Bài
"आज़माइश मत करना उन रिश्तों की,
Madhu Gupta "अपराजिता"
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
Phool gufran
राही
राही
Neeraj Kumar Agarwal
4433.*पूर्णिका*
4433.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
संकेतों  के   हो  गए, जब   पूरे   दस्तूर ।
संकेतों के हो गए, जब पूरे दस्तूर ।
sushil sarna
मतदान से, हर संकट जायेगा;
मतदान से, हर संकट जायेगा;
पंकज कुमार कर्ण
मैं गुल गुलशन बहार ले आया हूँ
मैं गुल गुलशन बहार ले आया हूँ
VINOD CHAUHAN
कृष्ण भजन
कृष्ण भजन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Sneha Singh
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
"अधूरा रिश्ता"
Yogendra Chaturwedi
मधुमास
मधुमास
Namita Gupta
A Heart-Broken Soul.
A Heart-Broken Soul.
Manisha Manjari
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
शेखर सिंह
चलो अब लौटें अपने गाँव
चलो अब लौटें अपने गाँव
श्रीकृष्ण शुक्ल
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
पंकज परिंदा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
न करें परवरिश मे गलतियाँ
न करें परवरिश मे गलतियाँ
Ashwani Kumar Jaiswal
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मदिरा सवैया
मदिरा सवैया
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया।
माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...