जिस दिन आप दिवाली के जगह धनतेरस को मनाने लगे उस दिन आप समझ ल
क्या तुम मुझको भूल पावोगे
Good morning 🌄🌞 सुप्रभात साथियों
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
*वह श्रद्धा के पात्र, पार नव्वे जो जीते (कुंडलिया)*
प्रार्थना- हमें दो ज्ञान प्रभु इतना...
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू