बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-152से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जब मुश्किलें राह में आई थीं,
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
दिलों का हाल तु खूब समझता है
गलतफहमी की हर दीवार आओ हम गिरा दें
“Whatever happens, stay alive. Don't die before you're dead.
दर्शक की दृष्टि जिस पर गड़ जाती है या हम यूं कहे कि भारी ताद
सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह .
"जहाँ समता पलती है" (राकेश यादव घूमन्तु राहगीर ) jaha samta palti hai jan geet rakesh yadav goldi के द्वारा लिखा गया जन गीत
ग़ज़ल _ कौन कहता ख़राब है होली
अनुभव अमूल्य कसौटी हैं , मेरे पास एक दिपक हैं , जो मुझे मार्
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
नूतन संरचना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मुझ पे लफ़्ज़ों का जाल मत फेंको
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लेकिन हम सच्चा प्यार, तुमसे नहीं करते हैं