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13 Feb 2024 · 1 min read

बदलता मौसम

सर्दी गई
गर्मी आई।

रातें छोटी
दिन बड़ी हुई।

रिजाई बांधी
पंखा चली।

धूप कड़ी
छांव भली ।

सुबह की अब
स्कूल हुई ।

मलय पवन
खूब चली ।

जरूरी अब
टहलना हुई ।

खाना काम
पीना( पानी) अधिक हुई ।

घर बंद
बाहर लू चली ।

दिन में सोना
अधिक हुई ।

रात में देर तक
जागना अधिक हुई ।

पसीना बहाना शुरू हुई
कपड़े कम पहनना हुई ।

सर्दी गई💥💥💥💥
गर्मी आई ।
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मौलिक रचना घनश्याम पोद्दार💥💥💥💥💥💥
मुंगेर

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