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8 Feb 2024 · 1 min read

दोहे- अनुराग

हिंदी दोहा दिवस , विषय – अनुराग

#राना का अनुराग है , जय बुंदेली गान |
इसका होना चाहिए , सभी दिशा उत्थान ||

सब विकार अनुराग से , #राना होते शांत |
सज्जन रहते है सहज , होते नहीं क्लांत ||

करते राजा राम थे , भ्रातों से अनुराग |
#राना कहता देख लो , यहाँ परस्पर त्याग ||

जहाँ मिले अनुराग शुभ , वहाँ नहीं दीवार |
#राना रहते सब सहज , करते सबसे प्यार ||

हर विकार में आग है , #राना यह संज्ञान |
जहाँ रहे अनुराग शुभ , आ जाते भगवान ||

एक हास्य दोहा –

धना कहे #राना सुनो , मीठा जब अनुराग |
डालो लिखकर चाय में , शक्कर कर दो त्याग ||
***
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”,टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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