Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

एक संदेश

बनना हो तो ये बनना
🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿

बनना हो तो ये बनना
जन मानस वरदान बनना
समझदार नागरिक बनना
पढ़े लिखे विद्वान जन पथ

दर्शक कर्मवीर निर्देशक देश
समाज इक आईना बनना
कटु भाषी नहीं मृदुभाषी बन
मनमोहक मधु वाणी बोलना

स्वार्थी नहीं परमार्थी बनना
निज हित विहीन हितैषी बनना
बेईमान नहीं ईमानदार बनना
अनुशासन गले लगाए रखना

आज्ञाकारी सदाचारी सत्यवादी
गद्दार नहीं देशी वफादार बनना
माँ दूध का कर्ज चुका कर्जमुक्त
ऋणहीन औरों को शिक्षा देना

दायित्वहीन नहीं कर्तव्यनिष्ठ बन
देश का मान अभिमान बढ़ाना
माता पिता की आस पूरी करना
आदर्श महान देशभक्त बेमिशाल

अचल अडिग देश रक्षक बनना
श्रद्धा करुणा प्रेमी हितकारी
असत्य हिंसा भूल सत्य अहिंसा
की पुजारी बन मातृभूमि का

कपूत नहीं सत्यवीर सपूत बन
पर्यावरण स्वच्छता प्रदूषण
जलवायु परिवर्तन को बचाना
धरा प्राण को सुरक्षित संरक्षित

रखने का तरकीब निकाल सुलभ
सुंदर दर्शन दे दार्शनिक बनना
हे ! मेरे देश के नवयुवक शिक्षार्थी
विद्यार्थी सच्ची शिक्षा कार्यान्वयन

से जग एक अनमोल सितारा बन
भारत माता का अभिमान बढ़ाना
भारत विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊंचा रहे हमारा झुकने
मत देना तीन रंगों से बना तिरंगा ॥

🇮🇳🌿🇮🇳♥️🇮🇳🥀💙

तारकेश्‍वर प्रसाद तराण

Language: Hindi
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all

You may also like these posts

Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नदी का विलाप
नदी का विलाप
Godambari Negi
इम्तिहान
इम्तिहान
Mamta Rani
■ एक और शेर ■
■ एक और शेर ■
*प्रणय*
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
Movers and Packers in Bhiwani
Movers and Packers in Bhiwani
Hariompackersandmovers
वसंत
वसंत
Madhavi Srivastava
मययस्सर रात है रोशन
मययस्सर रात है रोशन
दीपक बवेजा सरल
गीत- बिछा पलकें नदी सरयू...
गीत- बिछा पलकें नदी सरयू...
आर.एस. 'प्रीतम'
भूकंप
भूकंप
Kanchan Alok Malu
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन
Rj Anand Prajapati
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
राम
राम
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या?
मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बी एफ
बी एफ
Ashwani Kumar Jaiswal
if two souls are destined to meet, the universe will always
if two souls are destined to meet, the universe will always
पूर्वार्थ
स्त्री।
स्त्री।
Kumar Kalhans
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
अकेलापन
अकेलापन
Rambali Mishra
चाह
चाह
Dileep Shrivastava
परमात्मा
परमात्मा
ओंकार मिश्र
3725.💐 *पूर्णिका* 💐
3725.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" बेवफाई "
Dr. Kishan tandon kranti
"शौर्य"
Lohit Tamta
Preschool Franchise India
Preschool Franchise India
Londonkids
तुम..
तुम..
हिमांशु Kulshrestha
कविता क्या होती है...?
कविता क्या होती है...?
Rajdeep Singh Inda
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...