हमारी चाहत तो चाँद पे जाने की थी!!
हमारी चाहत तो चाँद पे जाने की थी!!
क्या करे ए ग़ालिब, नशा ए मोहब्बत उतरता ही नहीं
By Mr Sunil
हमारी चाहत तो चाँद पे जाने की थी!!
क्या करे ए ग़ालिब, नशा ए मोहब्बत उतरता ही नहीं
By Mr Sunil