Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2024 · 1 min read

कुंडलिया

कुंडलिया
सड़कें पानी नालियां, होने लगीं दुरुस्त।
आज जोश में आ गए, नेता थे जो सुस्त।।
नेता थे जो सुस्त, कर रहे ता-ता थैया।
कहते माई बाप, तुम्हीं हो नाव खिवैया।।
कह बाबा कविराय, नाक भोर-शाम रगड़े।
आ गए निगम चुनाव, सुधर गयीं नाली सड़कें।।
-दुष्यन्त ‘बाबा’
मानसरोवर, मुरादाबाद

225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का
अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का
©️ दामिनी नारायण सिंह
तृष्णा का थामे हुए हाथ
तृष्णा का थामे हुए हाथ
Shally Vij
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
सही गलत की पहचान करना सीखें
सही गलत की पहचान करना सीखें
Ranjeet kumar patre
खुन लिए
खुन लिए
Kunal Kanth
बोल उठी वेदना
बोल उठी वेदना
नूरफातिमा खातून नूरी
"ना जाने"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्त और दोस्ती
दोस्त और दोस्ती
Anamika Tiwari 'annpurna '
कविता
कविता
Sumangal Singh Sikarwar
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
New War
New War
Otteri Selvakumar
# कुछ देर तो ठहर जाओ
# कुछ देर तो ठहर जाओ
Koमल कुmari
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
gurudeenverma198
🙅याद रखिएगा🙅
🙅याद रखिएगा🙅
*प्रणय प्रभात*
अब चुप रहतेहै
अब चुप रहतेहै
Seema gupta,Alwar
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
सपनों का कोई अंत नहीं
सपनों का कोई अंत नहीं
Kamla Prakash
वोट डालने जाना है
वोट डालने जाना है
जगदीश शर्मा सहज
साहित्यपीडिया का जादू ,10 दिन में पुस्तक मेरे हाथ में
साहित्यपीडिया का जादू ,10 दिन में पुस्तक मेरे हाथ में
Neelofar Khan
सब वक्त का खेल है।
सब वक्त का खेल है।
Lokesh Sharma
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
सत्य कुमार प्रेमी
सुलगती आग
सुलगती आग
Shashi Mahajan
जब कोई हो पानी के बिन……….
जब कोई हो पानी के बिन……….
shabina. Naaz
कृषक की उपज
कृषक की उपज
Praveen Sain
सबसे सुगम हिन्दी
सबसे सुगम हिन्दी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
बिहार से इस युवा-कलम से परिचय कीजिये / मुसाफिर बैठा
बिहार से इस युवा-कलम से परिचय कीजिये / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
लड़की को इंसान तो समझो
लड़की को इंसान तो समझो
KAJAL CHOUDHARY
Loading...