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28 Jan 2024 · 1 min read

माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है

माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है
लगती है चोट बच्चे को तो माॅ॑ ही रोती है
मानो हमेशा कहना उनकी बात ना टालो
आंचल में माॅ॑ के जिंदगी महफूज होती है—माॅ॑ बड़ी
माॅ॑ करे दुलार और मॉ॑ लोरी सुनाए
माॅ॑ हमें देती खुशी मॉ॑ ख्वाब दिखाए
माॅ॑ रहे भूखी मगर बच्चों को खिलाए
माॅ॑ ही अपने बच्चों की तकदीर बनाए
माॅ॑ नहीं होती बुरी बस अच्छी होती है—माॅ॑ बड़ी
रूठी है अगर मॉ॑ तो अरे माॅ॑ को मना लो
पहले पुकारो प्यार से फिर गले लगा लो
माॅ॑ ही सिखाती है हमें सुनो जिंदगी जीना
ये जिंदगी अधूरी है सुनो एक मां के बिना
माॅ॑ का है गुस्सा झूठ ममता सच्ची होती है—माॅ॑ बड़ी
माॅ॑ नहीं होती तो कौन चलना सिखाता
माॅ॑ के बिना कौन हमको जीना सिखाता
माॅ॑ ही तो है जो हमारे लिए सपने संजोती
माॅ॑ को है सो बार नमन जो ममता पिरोती
माॅ॑ की चरण रज में ‘V9द’ जन्नत होती हैं—माॅ॑ बड़ी

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