Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2024 · 1 min read

पिता जी

तुम
मुझे अक्सर याद आते हो
तुम मुझे हर पल याद आते हो
जब कभी उदास होता हूं
किसी कारण हताश होता हूं
मुझे मौन देखकर
अपने में खोया जानकर
तुम्हारा कंधे पर हाथ रखना
और
कहना-“परेशान क्यों हो…?
बात क्या है…?”
हिम्मत बनाता था मुझे
ठोकर खाकर जब भी गिरता
मां की ममता परेशान हो जाती
परंतु
तुम पौरुष की सीख देते थे
ज्ञान को जीवन में
संभल बनाने की बात कहते थे
आज भी वही घर है
परिवेश भी वही है
लेकिन
आज एक आंगन के तीन हो गए हैं
सभी भाई तुम्हारी तरह
सुविधा संपन्न हो गए हैं ,
परंतु अब मैं जब भी उदास होता हूं
तो सच
हिम्मत बंधने वाला हाथ
अब मेरे कंधे पर नहीं होता ,
घर तरह-तरह की मिठाइयां
आती है आज भी
परंतु
तनख्वाह मिलने पर
महीने की पहली तारीख को
तुम्हारी लाई मिठाइयों में
जो मिठास होती थी
मेरे घर की मिठाइयों में पिताजी
वह मिठास नहीं होती है
न जाने क्यों
वह मिठास नहीं होती है।

3 Likes · 148 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
View all

You may also like these posts

*यातायात के नियम*
*यातायात के नियम*
Dushyant Kumar
बंदिश
बंदिश
Rajesh Kumar Kaurav
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
Kanchan Khanna
" शब्द "
Dr. Kishan tandon kranti
अगर बदलने का अर्थ
अगर बदलने का अर्थ
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
3782.💐 *पूर्णिका* 💐
3782.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रंग काला है चाय तेरा
रंग काला है चाय तेरा
ARVIND KUMAR GIRI
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
Shweta Soni
हाइकु
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
पिताजी का आशीर्वाद है।
पिताजी का आशीर्वाद है।
Kuldeep mishra (KD)
👉 प्रभात की बात :--
👉 प्रभात की बात :--
*प्रणय प्रभात*
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
Subhash Singhai
*वैसे हम हिंदी वाले हैं, लेकिन भाती उर्दू है (हिंदी गजल)*
*वैसे हम हिंदी वाले हैं, लेकिन भाती उर्दू है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
अंसार एटवी
FM88 CASINO TRỰC TUYẾN CHO PHẢI MẠNH
FM88 CASINO TRỰC TUYẾN CHO PHẢI MẠNH
fm88faith
बस यूंही
बस यूंही
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कलयुग का प्रहार
कलयुग का प्रहार
Jai Prakash Srivastav
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
सबक
सबक
Saraswati Bajpai
नफ़रतों में घुल रही ये जिंदगी है..!
नफ़रतों में घुल रही ये जिंदगी है..!
पंकज परिंदा
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
Ranjeet kumar patre
Shyam Sundar Patel Wikipedia Biography
Shyam Sundar Patel Wikipedia Biography
Shyam Sundar Patel
चौपई छंद - 15 मात्रिक
चौपई छंद - 15 मात्रिक
sushil sarna
- शेखर सिंह
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
कुछ सवालात
कुछ सवालात
Shyam Sundar Subramanian
खुद की कविता बन जाऊं
खुद की कविता बन जाऊं
Anant Yadav
मानव जीवन लक्ष्य क्या
मानव जीवन लक्ष्य क्या
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कोकिल,का करुण sssक्रंदन
कोकिल,का करुण sssक्रंदन
पं अंजू पांडेय अश्रु
कांच के जैसे टूट जाते हैं रिश्ते,
कांच के जैसे टूट जाते हैं रिश्ते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या है
क्या है
Dr fauzia Naseem shad
Loading...