Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
19 Jan 2024 · 1 min read

कमियाबी क्या है

कमियाबी क्या है
हालात में आंसू से मुस्कान तक का ही तो सफर है
कोन अपना कोन पराया
तुम्हे खबर ही तो है
हा कुछ बेबुनियाद मेरे सवाल है
है हमारी नज़रों में इन्ही सवालों का तो बवाल है
कब तक झूठ बोलूंगा खुद से
टूटे फूटे ये मेरे ये सवाल है
मै खुद की परछाई पर पर्दा गिराकर के
में पर्दे से अपनी पहचान पहचान बना बैठा
परदे में दम कुछ इस तरह घुटा
साला अपनी सोच को शमशान बना बैठा

Loading...