Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2023 · 3 min read

मानकीकृत तराजू पर जोखाइत लोकभाषा मैथिली

झूठो डंका पिटा रहलै जे मैथिली सबहक छियै आ तों जेना बजै लिखै छहो सैहे हो गेलै मैथिली? हइ झूठा दलाल सब नैह तन? लोक कनाहितो लिखौ तकरा तोरा अरू संपादित क मानक मैथिली मे छपै जाइ छहो से कैले? मैथिली मानक माने ई जे बाभन कायस्थ जइ टोन शैली मे बजताह लिखताह सैह भेल मैथिली मानक आ शुद्ध मैथिली? आ बाद बांकी जे सोलकन सब, कोसिकन्हा वला, बेगूसराय वला सब जे लिखलकै बजला उ सब राड़ बोली, ठेठी बोली, कोसिकन्हा बोली हई. मानकी तराजू हिसाबे अशुद्ध मैथिली से कैले? मानकी दलाल सब कहतै जे बोली के व्याकरण मैं होइ छै. केना ने होइ छै से तोरा अरू साबित करबहो की ने.
मान लहो जे कोई बरगांही भाई, पदनी भाई, आईं,असगर, हइ, ओइह, छैल ग, बजलकै ग, चाल पारै हइ कते एहेन लोक मैथिली हइ जेकरा तोरा अरब अशुद्ध मैथिली कैहके मानकी दलाली करै जाइ छहो. लिख बोल के देखब जे बोली मे सेहो व्याकरण हइ आ मौलिक ता ओहने रहतै. लोक भाषा मैथिली के मानकीकृत बना खूब वर्गभेद हो रहलै आ शुद्ध मैथिली बहन्ने पुरूस्कारी खेल हो रहलै.

मानता मैथिली वला तराजू:-
1 लोकभाषा मैथिली के मानकी तराजू बना शुद्ध अशुद्ध मैथिली के फेर लगा खूब वर्गभेद केल गेलै.
2. बाभन कायस्थ टा के लिखब बाजब शैली के मानक रूपे मोजर देल गेलै आ मैथिली पत्रिका सब मे छापल गेलै.
3. सोलकन आ आम जन के लिखब बाजब के अशुद्ध मैथिली कहबा ओकरा मानता तराजू पर मोजर नै देलकै.
4. मैथिलीक पत्र पत्रिका सबहक संपादन शैली मानकीकृत रहलै.
5. मानकी चाबुक डरे लेलकनि सब मानता मैथिली लिख बाइज खूब डकैती कमेलै.
6. पिछलगुआ सोलकन सब अपना मूल शैली लिखब बाजब के मोजर लै कहियो मानता दलाल सबके ब्रेक नै केलकै.
7. मानकी चटकपनी क हरदम मैथिली के लोक स्वरूप के शुद्ध अशुद्ध मैथिली के फेर मे राखल गेलै.
8. समावेशी मैथिली समावेशी सहभागिता लै लोक बिरोध नै हुअ देल गेलै.
9. मानक मैथिली बहन्ने मैथिली मठाधीश सब लोकभाषा मैथिली पर कब्जा केने रहल.
10. एकसर, थीक, औ, ऐं, सरिपहुँ, फूजल, भाखा, नहू नहू आदी कते एहेन मानता शब्द छै जे लोक मैथिली स अलग आ मानकी कृत छै.
11. लोक मैथिली मे असगर, अइछ, यौ, आंई, तइओ, खूजल, भाषा, आस्ते आस्ते, ई शब्द सब लोक वेवहार के लिखब बाजब हइ जेकरा मैथिली मानक अशुद्ध कहबा दै छै. अरू संपादित कैरके मानकी मैथिली बना दै जाइ हइ क.
मैथिली मानकी तराजू लोकभाषा मैथिली के सत्यानाश कर देलकै तइयो लोक सचेत नै भेलै. मैथिली भाषा बाभन टा के बनि के रह गेल छै आ ओकरे टा मानकी लाभ जेना अकादमी पुरस्कार, मैथिली विभागीय नौकरी, मंच समारोह, मिल रहलै. मैथिली मानक दलाल सब कहियो बारहो बरण के ल के न चललै आ नै ओकरा मोजर देलकै. पिछलगुआ सोलकन सब कहियो बिरोध ने केलकै आ मैथिली मानकी होहकारी सबके हं में हं मिलबैत रहलै. अइ स मानता मैथिली वला सब के जाउ खूब सुतरैत रहलै. आ मैथिली भाषा पर एकछाहा राज बना लेलकै. मैथिली मानक खचरपनी दुआरे मैथिली भाषा मे जन सहभागिता आ जन समर्थन नै हो रहलै. लेकिन निर्लज्ज मैथिल मठाधीश के लाजे कथी? मिथिला मैथिली नामे मानकी दललपनी स अपन फायदा टा होइत रहौ. मानता तराजू मे जोखाइत देखाइत मैथिली भाषा अधमरू किए न भ जाउ.

आलेख- डा.किशन कारीगर
©काॅपीराइट

Language: Maithili
Tag: लेख
669 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all

You may also like these posts

कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
मेरा ग़म
मेरा ग़म
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
मुक्ति और बंधन: समझें दोनों के बीच का अंतर। ~ रविकेश झा
मुक्ति और बंधन: समझें दोनों के बीच का अंतर। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
मोहब्बत कभी अतीत का हिस्सा नही बनती,
मोहब्बत कभी अतीत का हिस्सा नही बनती,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कठपुतली
कठपुतली
Heera S
लोगों ने जीते हुए होंगे कई जंग।
लोगों ने जीते हुए होंगे कई जंग।
Rj Anand Prajapati
सनातन धर्म के पुनरुत्थान और आस्था का जन सैलाब
सनातन धर्म के पुनरुत्थान और आस्था का जन सैलाब
Sudhir srivastava
स्त्री है शक्ति
स्त्री है शक्ति
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
" बोलती आँखें सदा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
प्रेम को जिसने
प्रेम को जिसने
Dr fauzia Naseem shad
" मेरा रत्न "
Dr Meenu Poonia
सुनो पहाड़ की...!!! (भाग - ९)
सुनो पहाड़ की...!!! (भाग - ९)
Kanchan Khanna
प्यासा के राम
प्यासा के राम
Vijay kumar Pandey
[माँ-बाप]
[माँ-बाप]
शिव प्रताप लोधी
अभाव अमर है
अभाव अमर है
Arun Prasad
आशियाना
आशियाना
Rajeev Dutta
वसंत बहार
वसंत बहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
"राजनीति में आत्मविश्वास के साथ कही गई हर बात पत्थर पर लकीर
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
विशाल अजगर बनकर
विशाल अजगर बनकर
Shravan singh
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन रंगमंच
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
Dr.sima
There are few moments,
There are few moments,
Sakshi Tripathi
कर्मठ बनिए
कर्मठ बनिए
Pratibha Pandey
Happy independence day
Happy independence day
Neeraj kumar Soni
Man is ambitious(Poem)
Man is ambitious(Poem)
SUNDER LAL PGT ENGLISH
" कोपर "
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक – एक धर्म युद्ध
मुक्तक – एक धर्म युद्ध
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
Loading...