Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2023 · 1 min read

कार्य का भाव

कार्य का भाव
अपने सुखों की, आनंदो की ,अपने यश की ,प्रतिष्ठा की, यहां तक की अपने प्राणों की भी आहुति चढ़ा दो और मानव आत्माओं का ऐसा सेतु बांध दो जिस पर होकर ये करोड़ो नर नारी भवसागर को पार कर जाए सत्य की समस्याओं को एकत्र करो यह चिंता मत करो कि तुम किस पताका के नीचे चल रहे हो यह भी चिंता मत करो कि तुम्हारा वर्ण क्या है लाल हरा या नीला बल्कि सब लोगों को मिला दो और स्नेह के प्रति श्वेत रंग का प्रखर तेज उत्पन्न करो हम केवल कर्म करें परिणाम अपनी चिंता स्वयं कर लेगा।

1 Comment · 227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*धीरे-धीरे मर रहे, दुनिया के सब लोग (कुंडलिया)*
*धीरे-धीरे मर रहे, दुनिया के सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
4463.*पूर्णिका*
4463.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
‘प्रकृति से सीख’
‘प्रकृति से सीख’
Vivek Mishra
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ব্যাস্ত
ব্যাস্ত
Aminur Rahman
काया   की   प्राचीर  में,
काया की प्राचीर में,
sushil sarna
चरित्र
चरित्र
विशाल शुक्ल
"बोझ यादों का"
Dr. Kishan tandon kranti
मजदूर की दास्तान
मजदूर की दास्तान
विक्रम सिंह
मन की ताकत
मन की ताकत
पूर्वार्थ
बसंत ऋतु आयी।
बसंत ऋतु आयी।
shashisingh7232
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
विजय कुमार अग्रवाल
प्यारी प्यारी सी
प्यारी प्यारी सी
SHAMA PARVEEN
इस ज़िंदगानी में
इस ज़िंदगानी में
Dr fauzia Naseem shad
अवध-राम को नमन
अवध-राम को नमन
Pratibha Pandey
।।
।।
*प्रणय प्रभात*
अपना जख्म
अपना जख्म
Dr.sima
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
Ranjeet kumar patre
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
Rituraj shivem verma
वैलेंटाइन डे
वैलेंटाइन डे
Chitra Bisht
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
Ajit Kumar "Karn"
विरक्ती
विरक्ती
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
बेवफ़ाई तो उसके रग-रग में सामिल है,
बेवफ़ाई तो उसके रग-रग में सामिल है,
लक्ष्मी सिंह
सूली का दर्द बेहतर
सूली का दर्द बेहतर
Atul "Krishn"
बचपन और बुढ़ापे का सच हैं
बचपन और बुढ़ापे का सच हैं
Neeraj Kumar Agarwal
खुद को इतना व्यस्त रखिए कि लोग आपकी एक झलक पाने के लिए तरस ज
खुद को इतना व्यस्त रखिए कि लोग आपकी एक झलक पाने के लिए तरस ज
Rj Anand Prajapati
हौसलों की उड़ान
हौसलों की उड़ान
Sunil Maheshwari
गंगा - यमुना को स्वच्छ और निर्मल करने की ,
गंगा - यमुना को स्वच्छ और निर्मल करने की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
Manju sagar
Loading...