Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2023 · 1 min read

सूनी बगिया हुई विरान ?

सूनी बगिया
🍀☘️🌷🌹
नव किसलय का आनन
सुगंधित नव पुष्प आलय

बगिया है पुरखों की याद
सींचा कलियाँ विकसित

खिल सरस सुगंध बिखराने
पंखुड़ियां खुली समय पर

विकसित पुष्प मधुर मधु
भ्रमर ले भ्रमण कर जग में

प्रेम सद्भाव बरसाने वाली
बिन माली सूनी है वगिया

मुरझा गया आदार सत्कार
फुलवारी पूल इत्र सी निज

खुशबु पहचान भू बनाया
गीता ज्ञान कर्म की पूजा

आदर्श वाक्य सूनी बगिया
गूंज महशूस पास गुजर रहे

पथिक स्मृतियों की यादों में
भाव भ्रमित नमन करते हैं

माली मालिन मालकियत
छोड़ कालगति समा गए

बसा नहीं सुमन इस कुंज
गली बदल कहीं और बसे

सूनी कुंज विकसित डाली
सूख जलहीन मुरझा गए

नव यौवन की कलियाँ
वृथा गुमान गर्व दम्भ से

फूलता फूल झरझरा गए
बगिया सूनी विरान पड़ी।
☘️🍀🙏🙏🌷🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all

You may also like these posts

प्रेम की दास्तां
प्रेम की दास्तां
Pushpa Tiwari
सम्प्रेषण
सम्प्रेषण
Khajan Singh Nain
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
कृष्णकांत गुर्जर
मत बांटो तुम बारह बीघा की पाटी आधी-आधी।
मत बांटो तुम बारह बीघा की पाटी आधी-आधी।
Kumar Dharmi
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
Suryakant Dwivedi
गरमी आयी
गरमी आयी
shashisingh7232
हम सब एक हैं
हम सब एक हैं
surenderpal vaidya
भारत की धरती से देखो इक परचम लहराया है।
भारत की धरती से देखो इक परचम लहराया है।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
बेटियों को सिर्फ़ पढ़ाना नहीं है
बेटियों को सिर्फ़ पढ़ाना नहीं है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
🙅आज का लतीफ़ा🙅
🙅आज का लतीफ़ा🙅
*प्रणय प्रभात*
किस दिल की दीवार पे…
किस दिल की दीवार पे…
sushil sarna
4760.*पूर्णिका*
4760.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Neeraj Kumar Agarwal
#राजनैतिक_आस्था_ने_आज_रघुवर_को_छला_है।
#राजनैतिक_आस्था_ने_आज_रघुवर_को_छला_है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नारी
नारी
लक्ष्मी सिंह
My Love
My Love
Arghyadeep Chakraborty
*समान नागरिक संहिता गीत*
*समान नागरिक संहिता गीत*
Ravi Prakash
तन्हा शामें
तन्हा शामें
शिव प्रताप लोधी
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मूर्खता
मूर्खता
Rambali Mishra
तुम में एहसास
तुम में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
क़स्मे वादे प्यार वफ़ा सब
क़स्मे वादे प्यार वफ़ा सब
Iamalpu9492
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
* आख़िर भय क्यों ? *
* आख़िर भय क्यों ? *
भूरचन्द जयपाल
"बगुला भगत"
Dr. Kishan tandon kranti
तू शबिस्ताँ सी मिरी आँखों में जो ठहर गया है,
तू शबिस्ताँ सी मिरी आँखों में जो ठहर गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
""हमर गाँव""
JITESH BHARTI ( मतवाला कवि )
ये तो कहो...
ये तो कहो...
TAMANNA BILASPURI
A mans character on social media.
A mans character on social media.
पूर्वार्थ
Loading...