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27 Dec 2023 · 1 min read

तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,

तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
चांद भी सुबह की राह तकता है।
सूरज को भी लगती थोड़ी हरारत है,
सर्दी का असर लगता है;
सबको ही पता चलता है।

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