Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2023 · 1 min read

2855.*पूर्णिका*

2855.*पूर्णिका*
🌷 जो भी मिला जिंदगी में🌷
2212 2122
जो भी मिला जिंदगी में ।
अपना बना जिंदगी में ।।
शिकवा नहीं ,ना शिकायत ।
ना ही गिला जिंदगी में ।।
चाहत गमों की न रखते।
क्या है सिला जिंदगी में ।।
दामन जहाँ थामते हम ।
गुलशन खिला जिंदगी में ।।
दुनिया मुठ्ठी आज खेदू।
खुशियाँ यहाँ जिंदगी में ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-12-2023सोमवार

176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बूंद अश्रु मेरे.....
बूंद अश्रु मेरे.....
पं अंजू पांडेय अश्रु
फकीरी/दीवानों की हस्ती
फकीरी/दीवानों की हस्ती
लक्ष्मी सिंह
फकीर का बावरा मन
फकीर का बावरा मन
Dr. Upasana Pandey
221 2122 2 21 2122
221 2122 2 21 2122
SZUBAIR KHAN KHAN
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दर्द शिद्दत को पार कर आया
दर्द शिद्दत को पार कर आया
Dr fauzia Naseem shad
दो
दो
*प्रणय प्रभात*
जंग अभी भी जारी है
जंग अभी भी जारी है
Kirtika Namdev
फरेब छोटा ही सही,
फरेब छोटा ही सही,
श्याम सांवरा
गिरगिट माँगे ईश से,
गिरगिट माँगे ईश से,
sushil sarna
"बीच सभा, द्रौपदी पुकारे"
राकेश चौरसिया
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
Otteri Selvakumar
नारी की नज़र में नारी
नारी की नज़र में नारी
Kshma Urmila
*कुछ जीने के दिवस और मिल जाते अच्छा रहता (हिंदी गजल)*
*कुछ जीने के दिवस और मिल जाते अच्छा रहता (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*वफ़ा मिलती नहीं जग में भलाई की*
*वफ़ा मिलती नहीं जग में भलाई की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम मुझे गुनगुनाओ तो सही, अपना कह कर प्यार जताओ तो सही साथ र
तुम मुझे गुनगुनाओ तो सही, अपना कह कर प्यार जताओ तो सही साथ र
पूर्वार्थ देव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
Ami
कुंडलिया
कुंडलिया
seema sharma
4488.*पूर्णिका*
4488.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अजीब शै है ये आदमी
अजीब शै है ये आदमी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
"बताओ"
Dr. Kishan tandon kranti
जितना जी सको जी लो मित्रों आज को,
जितना जी सको जी लो मित्रों आज को,
पूर्वार्थ
श्राद्ध- पर्व पर  सपने में  आये  बाबूजी।
श्राद्ध- पर्व पर सपने में आये बाबूजी।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
व्यर्थ यह जीवन
व्यर्थ यह जीवन
surenderpal vaidya
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
सभी को
सभी को
Umender kumar
फिर  किसे  के  हिज्र  में खुदकुशी कर ले ।
फिर किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले ।
himanshu mittra
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पाती कर दे
पाती कर दे
Shally Vij
Loading...